जानवर नहीं पहुंचा पाएंगे अब फसलों को नुकसान,
जब ये सौर और पवन ऊर्जा रक्षक लगाएंगे किसान
सरकारी विद्यालयों में प्रतिभा की कोई भी कमी नहीं जरूरत है तो बस सही मार्गदर्शन की और ऐसा ही मार्गदर्शन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिलाघाट जिला चंबा में नजीर मोहम्मद को पाठशाला के प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह द्वारा मिला और बच्चे ने एक ऐसा मॉडल तैयार करके पेश किया जिसका इंस्पायर मानक में चयन हुआ है।
इस मॉडल की खास बात यह है कि यह मॉडल जानवरों द्वारा फसलों को पहुंच जाने वाले नुकसान को रोकने का एक कारगर उपाय प्रस्तुत करता है। इस मॉडल में दिखाया गया है कि कैसे बिना विद्युत ऊर्जा का प्रयोग किए हुए सौर एवं पवन ऊर्जा के माध्यम से खेतों की फेंसिंग को अलार्म सिस्टम के साथ जोड़ा जाएगा ताकि जैसे ही कोई पशु खेत में घुसने का प्रयास करता है तो अलार्म बजने पर पशु स्वयं ही आवाज सुनकर पीछे हट जाएगा या खेत मालिक वहां जाकर पशुओं से अपनी फसलों की रक्षा कर पाएंगे। इतना ही नहीं इस मॉडल में सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें किसी तरह के इलेक्ट्रिक शॉक का प्रयोग नहीं किया गया है यानी जानवरों को किसी भी तरह का करंट लगने की संभावना नहीं है जिससे कि यह मॉडल ह्यूमैनिस्टिक वैल्यू, क्रिटिकल थिंकिंग कोलैबोरेशन एवं प्रोबलम सॉल्विंग जैसी 21वीं सदी के कौशलों पर भी खरा उतरता है।
शिक्षा वाहिनी ऑनलाइन शैक्षिक ई-पत्रिका ऐसे शिक्षकों के प्रयासों को सलाम करती है और यह आशा करती है कि इस तरह के प्रयास ही देश की सरकारी शिक्षा की तस्वीर को बदलने में कारगर सिद्ध होंगे।
धन्यवाद जय हिंद जय सरकारी विद्यालय

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