किचन गार्डन
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| किचन गार्डन |
आज के आधुनिक युग में मिलावट एक आम बात हो गई है| जिस ओर देखो हर चीज के परम्परागत स्वरूप से छेड़छाड़ का प्रयास किया जाता है| पशुओं की नस्ल हो, सब्जियों की नस्ल हो या फिर कुछ और लेकिन इससे इनका परम्परागत स्वरूप आज खतरे में पड़ गया है|
ऐसे में देश भर के उन सभी विद्यालयों को जिनमें किचन गार्डन या औषध बाग़ मौजूद है| यानि जिन विद्यालयों में विद्यालय के आंगन के किसी कौने में औषधीय पोधे या साग सब्जी इत्यादि लगाई गई है उन्हें Educational innovations bank (Inshodh) or Gujarat Grassroots Innovations Augmentation Network के द्वारा मुफ्त में परम्परागत साग सब्जियों के बीज उपलब्ध करवाए जा रहे हैं|
अध्यापकों को यह बीज किट डाक के माध्यम से उनके दिए पते पर संस्था द्वारा पहुंचाया जायेगा| जिसे अध्यापक अपने विद्यालय में या फिर लॉक डाउन के चलते घर की छत,और खेत में उगा सकते हैं| ऐसा करके वे इन बीजों के देश भर में प्रसार में अपना योगदान दे सकते हैं|
परम्परिक बीज अपनी सात्विकता के लिए जाने जाते हैं| लेकिन जब से इनका प्रचलन कम हुआ है हमारे भोजन से सात्विकता भी चली गई है| यह प्रयास इस दिशा में भी एक महत्त्पूर्ण कदम होगा|
अधिक जानकारी के लिए पढ़ें
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| विद्यालय में उगी साग सब्जियां |
*Educational innovations bank (Inshodh) or Gujarat Grassroots Innovations Augmentation Network* साथ मिलके जिस शाला में किचन गार्डन या औषध बाग बनाया है उस शाला को हमारी तरफ से *फ्री में देसी शाक भाजी के बीज* दिए जाएंगे जिसको आपको अपनी शाला के किचन गार्डन, घर में या अपने खेत में लगाना है।
*पद्म श्री अनिल गुप्ता* के साथ किचन गार्डन पर वेबिनार का आयोजन करेंगे।
हर महीने जिस शाला ने अच्छा परफॉर्म किया है उसे हमारी तरफ से रेंक एवम् प्रोत्साहित किया जाएगा। अंत में सभी शाला को पद्म श्री अनिल गुप्ता द्वारा प्रतिभागिता प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
किसानों द्वारा देसी शाक भाजी बीज का फैलाव और उसका फीडबैक, शाला के बच्चे विभिन्न शाक भाजी के बारे में सिख सके। आप इसे को मध्याह्न भोजन में इस्तमाल कर सकते हो एवम् इस बीज को अगले साल के लिए स्टोर कर सकते हो ।
डाक के माध्यम से मिलने वाली सब्जियों की सूचि:-
लौकी
लाल सेम फली (वालोड)
बैंगन
चवली
टमाटर
तोरई
कंकोड़ा
सफेद सेम फली (वालोड़)
भिंडी
गीलके
अरहर
वाल
| Padam Shri Dr. Anil K Gupta |
Dr. Anil K Gupta is a visiting faculty at the Centre for Management in Agriculture, Indian Institute of Management, Ahmedabad & Indian Institute of Technology,Bombay. He is also the founder of Honey Bee Network, SRISTI, NIF & GIAN. Ph.D. (Management), Kurukshetra University India, MSc. Biochemical Genetics 1974 Haryana Agricultural University, Hisar. Fellow, National Academy of Agricultural Sciences; Fellow, the World Academy of Art and Science, California 2001.
युद्धवीर टण्डन (स्टेट अवार्डी)
7807223683
yudhveertandon24@gmail.com
कनिष्ठ अध्यापक राजकीय प्राथमिक पाठशाला अनोगा
गावँ तेलका डाकघर मौड़ा तहसील सलूणी जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश
176312
जय हिन्द...




सुंदर,बेहतरीन
ReplyDeleteआभार जी
DeleteThank you
ReplyDeleteसराहनीय प्रयास। मैं भी बीज प्राप्त करना चाहता हूं।
ReplyDelete7807223683
ReplyDeleteपर सम्पर्क करें...
Great
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